तू ठीक
कहतार भाई
जिनगी जिए
खातिर तs
विष पियेके पड़ी
लेकिन ई
कूड़ा के पानी
जे आज
चारू ओर
बह रहल बा
उ का गला के
नीचे उतारल
आसान बा ?
आ
दूनू के लक्षणा
में भी
आसमान जमीन
के अन्तर बा !
आ
एगो अउरी बात
एक जमाना में
विष
दुर्लभ चीज रहे
आज के जईसन
चारू तरफ
कूड़ा के पानी
अईसन
छितराईल
ना रहे l
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